
रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन ऑफ सेक्टर 34 नोएडा के द्विवार्षिक चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित किए जाने के आरोप लगाए गए हैं। इसी संदर्भ में चुनाव अधिकारियों सेवानिवृत्त कर्नल टी. एन. श्रीवास्तव और वेद प्रकाश मिश्रा ने अपना पक्ष रखा है।
चुनाव अधिकारियों ने रखा अपना पक्ष
इंफोपोस्ट न्यूज
रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन ऑफ सेक्टर 34 नोएडा के द्विवार्षिक चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है और 19 जनवरी को 2025 से 2027 के लिए चुनाव कराए जाने हैं। चुनाव अधिकारियों का आरोप है कि बिना किसी साक्ष्य के कुछ लोग चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे हैं। जबकि चुनाव आरडब्ल्यूए सेक्टर 34 के रजिस्टर्ड बायलाज के प्रावधानों के आधार पर निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराए जा रहे हैं।
उनका कहना है कि 5 जनवरी को बुलाई गई आम सभा की बैठक में वर्तमान आरडब्ल्यूए की ओर से पिछले 10 वर्षों की भांति फोनरवा द्वारा ही चुनाव संपन्न कराए जाने का प्रस्ताव रखा गया। लेकिन एक पक्ष ने फोनरवा द्वारा नियुक्त चुनाव अधिकारियों के जरिए चुनाव कराए जाने का विरोध किया।
उसके बाद सेक्टर 34 में रहने वाले सेवानिवृत्त पीसीएस अधिकारी वेद प्रकाश मिश्रा और सेवानिवृत्त कर्नल टी. एन. श्रीवास्तव को सर्वसम्मति से चुनाव अधिकारी नियुक्त किया गया। आमसभा में पारित प्रस्ताव के क्रम में आरडब्ल्यूए सेक्टर 34 से 5 जनवरी को हम दोनों चुनाव अधिकारियों को चुनाव कराए जाने के लिए पत्र प्राप्त हुआ और पत्र के क्रम में हमने 6 जनवरी को चुनाव कार्यक्रम जारी कर दिया।
चुनाव कार्यक्रम के अंतर्गत 10 जनवरी को सदस्यता सूची नोटिस बोर्ड पर चस्पा कर दी गई। 11 जनवरी को प्रातः 10:00 बजे से 2:00 तक सदस्यता सूची में आपत्ति लिखित रूप में दर्ज करने का अवसर दिया गया और सदस्यता सूची में कुल आठ आपत्तियां प्राप्त हुईं। उनकी सुनवाई कर निष्पक्ष रूप से निर्णय लिया गया। अंत में 13 जनवरी को अंतिम और वैध सदस्यता सूची जारी कर दी गई।
चुनाव कार्यक्रम के अंतर्गत 14 जनवरी को नॉमिनेशन फॉर्म देने का समय तय किया गया। नॉमिनेशन फॉर्म लेने में ऐसी कोई बाध्यता नहीं थी कि स्वयं उपस्थित रहना अनिवार्य है।इसलिए एम सी भारद्वाज ने आवश्यक कार्य होने के कारण अधिकृत व्यक्ति को नॉमिनेशन फॉर्म उसके द्वारा शुल्क जमा करने के पश्चात दिया गया और उन्होंने 1:00 बजे से पूर्व उपस्थित होकर एक फॉर्म और ले लिया।
बताना जरूरी है कि नॉमिनेशन फॉर्म का शुल्क प्रदान करते हुए कितने भी नॉमिनेशन फॉर्म कोई भी सदस्य ले सकता है। एस के सिंगल की अनुपस्थिति में उनका फॉर्म भी किसी दूसरे व्यक्ति ने लिया था। उस दिन आरोप लगाने वाले पक्ष ने हमारे साथ काफी अभद्रता की। चुनाव प्रक्रिया का रजिस्टर भी छीनने का पूरा प्रयास किया गया ताकि चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित किया जा सके।
चुनाव कार्यक्रम के अंतर्गत 15 जनवरी को नॉमिनेशन फॉर्म जमा करने का समय तय किया गया। कुल 10 लोगों ने विभिन्न पांच पदों पर नॉमिनेशन किया। जो लोग आरोप लगा रहे हैं, उन्होंने भी नामांकन किया। चुनाव कार्यक्रम के अंतर्गत 16 जनवरी को प्रातः 11:00 बजे प्रत्याशियों की सूची जारी की गई और नाम वापसी के लिए निर्धारित अवधि शाम 6:00 बजे तक किसी भी प्रत्याशी ने नाम वापस नहीं लिया।