ओम वर्मा, नयी दिल्ली। manish award :
गांधी की भूमि चंपारण के कई ऐसे लाल हैं, जिन्होंने दिल्ली एनसीआर में अपनी प्रतिभा के झंडे गाड़ रखे हैं। इन्हीं में से एक हैं मनीष शेखर। पूर्वी चम्पारण जिले के निवासी, शिक्षाविद रत्नेश्वरी शर्मा एवं श्रीमती शक्ति पाण्डेय के पुत्र तथा स्वतंत्रता सेनानी सरयू शर्मा के पौत्र एवं दिल्ली में आरटीआई इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मनीष कुमार शेखर को सोमवार को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, सभागार नई दिल्ली में तीन दिवसीय वर्ल्ड पीस कॉग्रेस के अवसर पर उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह के द्वारा नेशनल पीस एंड टॉलरेंस लीडरशिप अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह अवार्ड श्री शेखर को इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ एजुकेटर्स फॉर वर्ल्ड पीस तथा ग्लोबल पीस फाउण्डेशन के द्वारा संयुक्त रूप से प्रदान किया गया।
डॉ प्रियरंजन त्रिवेदी ने दिया सम्मान
manish award : शेखर को यह अवार्ड उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह के साथ भारतीय विश्वविद्यालय परिसंघ के अध्यक्ष डॉ प्रियरंजन त्रिवेदी, ग्लोबल पीस फाउण्डेशन-भारत के अध्यक्ष डॉ मार्कंडेय राय, इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी नागालैंड के कुलाधिपति डॉ श्याम नारायण पाण्डेय के द्वारा संयुक्त रूप से प्रदान किया गया।
विश्व शांति के लिए सभी मिलकर काम करें
manish award : शेखर ने इस सम्मान के लिए आयोजित समिति का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि विश्व शांति के लिए अब सबको मिलकर काम करने का समय है। भारत हमेशा से शांति एवं अहिंसा का सिर्फ संदेश ही नहीं बल्कि अपनी आचरण से विश्व को शांति एवं अहिंसा का मार्गदर्शन देता आ रहा है।