इंफोपोस्ट न्यूज, मोतिहारी। persecution of hindus :
बांग्लादेश में हिन्दुओं की प्रताड़ना के विरोध में जिले में लोगों का सड़क पर निकलना थम नहीं रहा है। इसी क्रम में आज बृहस्पतिवार को विहिप बजरंगदल ने मोतिहारी शहर के गांधी चौक पर बांग्लादेश में हिन्दुओं की प्रताड़ना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। बांग्लादेश का राष्ट्रीय झंडा जलाया तथा बांग्लादेश के प्रधानमंत्री मो यूनुस का पुतला दहन किया।
मंदिरों को जलाया जा रहा है बांग्लादेश में
persecution of hindus : कार्यक्रम का नेतृत्व बजरंग दल के हेमंत कुमार तथा अंकित कुमार ने किया। वहीं कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए विहिप के बिहार झारखंड के प्रमुख अशोक श्रीवास्तव अधिवक्ता ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं। मंदिरों को जलाया जा रहा है। महिलाओं के साथ दुष्कर्म किया जा रहा है। हिन्दुओं को भगाया जा रहा है। हिन्दू संतों को अपमानित किया जा रहा है। अब सब्र का बंधन टूट चुका है। भारत सरकार को वहां देने वाले सहयोग को वापस लेना चाहिए तथा रोहिंग्या और बंग्लादेशी मुस्लिमों को भारत से अविलंब बाहर करना चाहिए या बंग्लादेश मे सीधी कर्रवाई करना चाहिए। बांग्लादेशी बोल रहे हैं कि बिहार, बंगाल और उड़ीसा ले लेंगे। मैं कहता हूं कि यहां के केवल मंदिरों में पूजा करने वाले संतों को यदि भारत सरकार छोड़ दे तो पूरा बांग्लादेश ले लेंगे।
हिंदुओं की प्रताड़ना पर सब चुप क्यों हैं
persecution of hindus : कार्यक्रम को विहिप के जिला उपाधयक्ष देवेन्द्र कुमार सिंह और जिला सह मंत्री राजन तिवारी अधिवक्ता ने बताया कि एक भी मुस्लिम या ईसाई के साथ भारत में भूल से कोई घटना घटती है तो मानवाधिकार आयोग संज्ञान लेता है। टुकड़े टुकड़े गैंग हल्ला मचाते हैं। आवार्ड वापसी होने लगता है। दूसरी ओर बांग्लादेश में हिन्दुओं की प्रताड़ना पर सब चुप क्यों हैं। इन लोगों ने हिन्दुओ को संगठित रहने का आह्वान किया।
पाकिस्तान का हाथ
persecution of hindus : बजरंगदल के जिला संयोजक हेमंत कुमार तथा कार्याध्यक्ष हरिश्चंद्र उपाध्याय ने भी कहा कि भारत के हिन्दुओं को संगठित होकर जबाब देना है क्योंकि बांग्लादेश में हिन्दुओं की प्रताड़ना के पीछे पाकिस्तान और चीन का हाथ है।
विरोध प्रदर्शन मे मुख्य रूप से चंदन कुमार, शेखर पांडेय, रतनेश राज गणेश, अवनीश कुमार, सत्येन्द्र कुमार सिंह, अर्जुन कुमार, ब्रजभूषण दुबे, विक्रम जायसवाल, चंदन श्रीवास्तव, संतोष श्रीवास्तव, अभिनव पांडेय, ॠषभ कुमार, नंदनी देवी, प्रमिला देवी, रंजना श्रीवास्तव, ध्रुव मिश्रा इत्यादि सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।