दिल्ली में बिहार महोत्सव कर लौटे प्रणेता प्रसाद रत्नेश्वर ने बताया
बिहार की अतुल्य लोकसंस्कृति एवं चम्पारण सत्याग्रह से साक्षात्कार करेंगे लंदनवासी
इंफोपोस्ट न्यूज, मोतिहारी। bihar mahatsav :
इंग्लैंड की राजधानी लंदन में अभी बर्फ पड़ रही है। बिहार महोत्सव के आयोजकों को मौसम के खुशगवार होने का इंतज़ार है। अगला बिहार महोत्सव का आयोजन लंदन में होगा। दिसम्बर के पहले सप्ताह में दिल्ली में सम्पन्न बिहार महोत्सव से लौटकर महोत्सव के प्रणेता एवं इज़ेडसीसी, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के सदस्य प्रसाद रत्नेश्वर ने बताया कि महोत्सव को लेकर दिल्ली के प्रवासी बिहारियों में अच्छा- खासा उत्साह है।
अगले बिहार महोत्सव में बिहार की अतुल्य लोक संस्कृति एवं चम्पारण सत्याग्रह से लन्दनवासियों को रूबरू कराने की तैयारी प्रारम्भ हो चुकी है।
राजीव कुमार संयोजक बने
श्री रत्नेश्वर ने बताया कि लंदन में रहने वाले बिहारियों से सम्पर्क किया गया है। लंदन में पेशे से इंजीनियर एवं भारतीय शास्त्रीय संगीत को समर्पित संस्था ‘कला सुधा’ के सूत्रधार राजीव कुमार को आयोजन का संयोजक बनाया गया है। मित्र संस्था बिहार फ़्रेटर्निटी द्वारा जर्मनी के फ्रेंकफर्ट में महोत्सव का आयोजन कर बिहारी लोकनृत्य-गीत-संगीत-नाटक को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस उपलक्ष्य में संस्था को ‘बिहार गौरव अंतरराष्ट्रीय सम्मान’ से अलंकृत करने पर सहमति बनी है।
इस आयोजन में भारतीय सांस्कृतिक सम्बन्ध परिषद, बिहार सरकार के कला-संस्कृति एवं युवा विभाग तथा लंदन के प्रवासी बिहारियों से सहयोग लिया जायेगा।
कला प्रतिभाओं को मिलेगी पहचान
bihar mahatsav : महोत्सव के उद्देश्य को लेकर श्री रत्नेश्वर ने बताया कि बिहार की गौरवशाली सांस्कृतिक विरासत की समृद्धि से पूरी दुनिया को अवगत कराने के साथ-साथ समय पर बिहार की कला-प्रतिभाओं की पहचान कर उन्हें नागरिक पहल के तहत राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मंच उपलब्ध कराना है। इस अभियान में बिहार से जुड़े अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त ‘ प्रयास ‘ के फाउंडर आमोद कंठ, बिहार महोत्सव समिति दिल्ली के पदाधिकारियों तनवीर हसन, सुधाकर शरण, संजीव सेठ, मोहन कुमार गुप्ता, राकेश कुमार वर्मा, ऋषि सिंह का साथ मिल रहा है।
3-4 दिसम्बर को नयी दिल्ली में हुआ बिहार महोत्सव
उल्लेखनीय है कि दिल्ली के शाह ऑडिटोरियम में 3-4 दिसम्बर को बिहार महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया था। इसका उद्घाटन बिहार के उप-मुख्यमंत्री-सह- कला संस्कृति मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने किया। वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज़ हुसैन मुख्य अतिथि थे। विशिष्ट अतिथि गाँधी स्मृति एवं दर्शन समिति के निदेशक डॉ. ज्वाला प्रसाद व अन्य थे।
bihar mahatsav : दूसरे दिन महोत्सव का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने किया। अवसर के मुख्य अतिथि थे बिहार सरकार के मंत्री जनक राम। विशिष्ट अतिथि प्रयास के फाउंडर पूर्व डीजीपी आमोद कंठ, आईएएस संतोष कुमार राय व अन्य थे। विद्यापति, भिखारी ठाकुर, महेंद्र मिश्र के गीतों के साथ-साथ छठ व बिहार गीत तथा पारम्परिक लोकनृत्यों में सामा चकेवा, जट-जटिन, डोमकच, झिझिया आदि की रंग-बिरंगी छटा मंच पर बिखरने वाले कलाकारों ने दिल्लीवासियों के दिलों पर अपनी अमिट छाप छोड़ी।
कलाकारों को मिली दर्शकों की वाहवाही
bihar mahatsav : उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, प्रयागराज एवं लोकहित रंगपीठ सेवा संस्थान, मधुबनी तथा लोक-गायक व गायिकाओं में वंदना सिन्हा, रौशन कुमारी झूमरी,अनामिका झा, वंशिका सिन्हा,सोनी चौहान,कशिश सिन्हा, निर्मल कुमारी, नरेश चंचल, कवयित्री निवेदिता झा आदि को दर्शक- श्रोताओं की वाहवाही मिली। डॉ. राजेश अस्थाना की फ़िल्म ‘चम्पारण सत्याग्रह ‘ का विशेष सार्वजनिक प्रदर्शन किया गया। सेमिनार, साहित्य अकादमी पुरस्कारप्राप्त अजित आज़ाद की अध्यक्षता में आयोजित कवि-सम्मेलन तथा प्रो. महेन्द्र लाल कर्ण के संयोजकत्व में मधुबनी चित्रकला व सींक कला-प्रदर्शनी का विशेष आकर्षण था।